खरीफ के सीजन की मुख्य फसल धान ( Paddy) रहती है। ऐसे में किसान सोचते हैं कि कम खर्च और अधिक पैदावार कैसे ले सकते हैं। इसके लिए आज हम जानेंगे धान की 5 किस्में जिससे खुशबू के साथ अच्छा उत्पादन भी होगा।
धान की 5 किस्में पैदावार के साथ खुशबू भी मिलेगी
अगले महीने जून से किसान अपने खेतों में धान की खेती की तैयारी शुरू कर देंगे ऐसे में हर कोई चाहता है। कि अच्छा उत्पादन के साथ खेती पर खर्च भी काम हो हम आपको बताएंगे कि धान की किन किस्म के माध्यम से कम खर्च और अधिक मुनाफा ले सकते हैं।
बता दे की मैं महीने के अंत तक देश भर के कई राज्यों में किसान धान ( Paddy Crop) की पौध यानी की नर्सरी तैयार करना शुरू कर देते हैं। पौध तैयार करने से पहले किसान बेहतर वैरायटी के लिए प्रयासरत रहते हैं। इसके लिए आज हम जाने की कम खर्चे में अधिक पैदावार देने वाली धान की 5 किस्में की खास बात क्या है।
धान की किस्म कस्तूरी
धान की है वैरायटी अपने लंबे दाने व पारंपरिक बासमती के रूप में जानी जाती है। इसकी खास बात यह है कि खाने में स्वादिष्ट होने के साथ सुगंध भी बहुत अच्छी देती है। इस किस्म को देश भर के अलग-अलग हिस्सों में लगाया जाता है। इस किस्म में ब्लाइट रोग के प्रति लड़ने की क्षमता है। इस पर ज्यादा असर नहीं होता है। इस किस्म को तैयार होने में लगभग 115 से 125 दिन तक का समय लगता है। उत्पादन की बात करें तो 30 से 40 क्विंटल पड़ती हेक्टेयर तक ली जा सकती है।
धान की किस्म सुगंधा
सुगंधा धान की वैरायटी देश के बिहार राज्य में सबसे सर्वाधिक लगाई जाती है। यह धान भी अपनी सुगंध के लिए प्रचलित है। इसका प्रयोग नमकीन या तीखी खान जैसे मसाला खिचड़ी में ज्यादातर किया जाता है। इस किस्म में भी ब्लाइट रोग का ज्यादा प्रभाव नहीं होता है। धान की इस किस्म से 30 से 40 क्विंटल पड़ती हेक्टेयर तक पैदावार ली जा सकती है। सुगंधा धान को पकाने में 140 से 50 दिनों तक का समय लगता है।
धान की किस्म बासमती 370
सबसे अधिक निर्यात करने वाली धान की किस्म बासमती 370 है। जिसके बदौलत भारत सबसे अधिक चावल का निर्यात भी करता है। इस किस्म को लगभग 130 दिन में पकाने का समय लगता है। इस किस्म से 22 से 25 प्रति क्विंटल प्रति हेक्टेयर के हिसाब से उत्पादन भी लिया जा सकता है। इस किस्म को सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में लगाया जाता है।
धान वैरायटी बासमती 385
धान की इस वैरायटी को सबसे ज्यादा पंजाब राज्य में उगाया जाता है। यह भी अपनी खुशबू और लंबे दाने के लिए प्रचलित है। धान की इस वैरायटी से 30 से 40 क्विंटल तक पैदावार ली जा सकती है। इसको पककर तैयार होने में 130 से 140 दिनों का समय लग जाता है।
धान किस्म तरोरी बासमती
चावल में सबसे अधिक मीठा स धान की इसकी समय होती है। इसका दाना पतला और लंबा होता है। यह अपनी सुगंध के लिए भी प्रचलित है। इस किस्म को तैयार होने में 135 से 140 दिन का समय लग जाता है। सबसे अधिक बुवाई की बात करें तो यह हरियाणा राज्य में की जाती है। उत्पादन क्षमता पड़ती है तैयार 30 से 40 प्रति क्विंटल तक होती है।
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नोट:- किसान भाइयों आज हमने इस लेख में जाना की धान की 5 किस्में जिससे कम खर्च और अधिक पैदावार ली जा सके। किसान भाइयों अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ और कृषि अनुसंधान से संपर्क करें। हमारे द्वारा दी गई जानकारी सोशल मीडिया नेटवर्क के आधार पर दी गई है। इसलिए अपनी जमीन की उत्पादकता के आधार पर बीज को चुने व विशेषज्ञ से सलाह ले।